मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अगुवाई में उज्जैन में हुई स्पिरिचुअल वेलनेस समिट, CM ने निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा कर दिया आमंत्रण!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन, आध्यात्मिक नगरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित “स्पिरिचुअल कैपिटल ऑफ इंडिया”, अब वेलनेस और आध्यात्मिक पर्यटन के वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में आयोजित स्पिरिचुअल और वेलनेस समिट में देश-विदेश से आए प्रतिष्ठित निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा कर, उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश के लिए खुला आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस मौके पर प्रदेश की निवेश-अनुकूल और प्रगतिशील नीतियों का उल्लेख करते हुए वेलनेस सेक्टर में मौजूद संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “मध्यप्रदेश आध्यात्मिक परंपरा की भूमि है, लेकिन अब यह प्रदेश वेलनेस, आयुर्वेद, मेडिकल टूरिज्म और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भी एक वैश्विक पहचान बनाएगा।”
मुख्यमंत्री से चर्चा करने वालों में अरबिंदो हॉस्पिटल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी, लीजर होटल्स ग्रुप के डायरेक्टर मुकुंद प्रसाद, शतायु आयुर्वेद के सीईओ और एमडी डॉ. मृत्युंजय स्वामी, मेफेयर ट्रैवल्स के एमडी शरद थडानी, लाभम ग्रुप के डायरेक्टर युगांश सोनी, शांतिगिरी आश्रम के जोनल हेड स्वामी चितासुधन ज्ञान तपस्वी, रॉयल ऑर्किड होटल के डायरेक्टर सुदीप रॉय, एरा हॉस्पिटैलिटी के संस्थापक शिवंदर सिंह, सीएचएल हॉस्पिटल ग्रुप के डायरेक्टर राजुल भार्गव, लेटेन्ट डेवकॉन के डायरेक्टर देवांग कपाडिया, जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर सुधीर एम.वी., ट्रैवलपैक के चेयरमैन अशोक पटेल, हार्टफुलनेस इंटरफेथ प्रोग्राम्स एंड इवेंट्स के डायरेक्टर त्रिलोचन चावला, और सनसेट डेजर्ट कैंप के सीईओ और एमडी हितेश्वर सिंह सिसौदिया शामिल थे।
सभी निवेशकों ने प्रदेश सरकार की नीतियों और मुख्यमंत्री डॉ. यादव की सक्रिय नेतृत्वशैली की सराहना की। उन्होंने उज्जैन सहित मध्यप्रदेश में वेलनेस सेंटर, आयुर्वेदिक उपचार केंद्र, होलिस्टिक हेल्थ क्लिनिक्स, योग व मेडिटेशन रिट्रीट्स और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में निवेश करने की रुचि जताई। कई निवेशकों ने तो इस दिशा में ठोस कार्य योजना तैयार करने की बात भी कही।
यह समिट इस दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक निवेशक से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और उनकी आवश्यकताओं, अपेक्षाओं तथा विजन को समझते हुए उन्हें मध्यप्रदेश में अनुकूल वातावरण का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “हम निवेशकों के साथ केवल व्यवसायिक संबंध नहीं, बल्कि एक सहभागी भागीदारी का भाव रखते हैं। हम हर कदम पर उनके साथ हैं।”
यह पहल न केवल प्रदेश में रोजगार सृजन, पर्यटन विकास और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देने वाली है, बल्कि इससे मध्यप्रदेश को वैश्विक वेलनेस और स्पिरिचुअल टूरिज्म के मानचित्र पर प्रमुख स्थान मिलने की भी प्रबल संभावना है।